एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 12 )
सब देहरादून से दिल्ली आ रहे थे पर इस बार अनु के दिल के तार इंझनाएं आरव को लेकर उसके अंदर एक नया एहसास जगा जो वो खुद नही जान पा रही थी और इस सब से अंजान आरव इस बात से खुश था कि कम से कम अनु की दोस्ती तो उसे मिली इन दोनों के अलावा दो लोग और थे जो एक दूसरे के आंखो में खोए थे जी है हमारे दोनो झले झली विवान और मिशा और हमारे नील बाबु ऊपर लेट के अपने फॉन में अवनी की तस्वीर देख रहे थे। इसी के साथ देहरादून का सफर खतम हुआ शाम तक सब दिल्ली आ गए ॥
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अनीशा का घर
अनु नील घर के अंदर आ हि रहे थे कि ____अनु की नजर सोफे पर बैठी बजुर्ग महिला पर गई _____उन्हें देखते हि अनु का चेहरा खिल गया वो बाग कर उनके पास गई और उनके गले लग गई ॥
" डीडी कैसी है आप आपको पता है मैंने कितना मिस किया आपको ''
शोभा जी (अनीशा की दादी मां ) "मैं तो एकदम ठिक हूँ मेरी लाडो ___और सिर्फ आपने हमें मिस नहीं किया हमने भी अपनी लाडो को बहुत मिस किया अब ये रोना बंद करो हमें हमारी लाडो की आंखों में एक बूंद आंसू भी नहीं चाहिए ____
तभी आयुष भी वहां आ गया दादी पुत्ती का मिलाप देखकर वो नाटक करते हुए बोला "हा हां एक यही तो आपकी पोती है मुझे तो कचरे के दबे से लाया गया है न मुझे तो कोई प्यार हि नही करता हु " ____उसकी नोटंकी देख सब हंसने लगे शोभा जी ने दोनो को गले लगाया तभी नील भी लपक पडा और बोला ____"ये क्या बात हुई जीएफ अपने बीएफ को छोड़ दिया आपने दिस इस नॉट फ्रेय" अब वो भी उनके साथ मिला गया सब बातें करने लगे और अनु अपनी डीडी की स्पेशल हैड मसाज लेने लगी ॥
आरव का घर
आरव घर आया आज उसके चेहरे पर एक अलग चमक थी जो अवनी और सौम्या ने नोटिस कर लिया था ___अवनी तो जानती थी की किसलिए खुश हो सकता वो भी भाग कर आरव के रूम में गई _____आरव बेड पर लेटा छत नीहर रहा था ।
अवनी उसके पास गई ओर बोली "क्या बात है भाई आज तो बड़े खुश और खिले खिले लग रहे हो कहीं देहरादून में भाभी ने प्रोपोज तो नही कर दिया न" !
"नहीं अभी इतनी अच्छी किस्मत कहा पर हाँ दोस्ती जरूर हो गई उससे पता हैं _____ वो ना बहुत अलग है जब वो पास होती हैं मुझे अच्छा लगता है में अभी कुछ नहीं बोलुगा पहले उसे और जानना चाहता '' आरव ने कहा
अवनी बोली - " बिल्कुल भाई जल्दी मत करना लोगो को पहले समझना चाहिए वरना दिल अपना ही दुखता है ये बोलते टाइन अवनी शांत हो गई " !!
आरव उसकी बात सुनकर उसे देखने लगा और बोला "ओए तू क्यों इतनी सेंटी हो गई" ______अवनी बात बदलते हुए बोली ..."अरे यार क्या भाई आप भी ऐसा कुछ नहीं है आप अभी आए थक गए होंगे आप फ्रेश हो जाओ में आपके लिए कॉफ़ी लाती हूं"__ आरव सर हिला कर वॉशरूम चला गया !!
अनु का रूम।
अनु अपनी दादी की गोद में सर रख लेटी थी ____शोभा जी उसके बालो में हाथ घुमा रही थी ____तभी काव्या अंदर आते हुए केहती है ...." ये सही है नानी आप तो सारा प्यार दिदू को ही देती हो _____ मुझे तो प्यार ही नहीं करती ना आप"
दादी मुस्कुराते हुए बोली - "अरे हमरे जीवन की दो ही तो रानिया है एक ये और एक आप हम दोनों से बहुत प्यार करते है तो आईए हम आपकी भी मालिश करदे"
अनु मुँह बना के बोली "हम्म मतलब थोड़ी फ्री की खातिरदारी देखी नहीं लोगो को जलन होनी शुरू हो गई ..... कितने माजे से हेड मसाज ले रही थी मै की गाओ बसा नही था अभी ये लुटेरी लूटने भी आ गई हूं हु😏😏 दोनो की तु तू में में सुन कर दादी बोली __"अरे आप दोनों अब लड़ना बंद करेंगी और आइए हम आप दोनों की मालिश करते है बारी बारी कुछ देर बाद दोनों बाते करते करते सो गई"।
आरव का घर।
अवनी रूम मे कॉफी लेकर आ गई दोनो बैठ कर बातें करने लगे तभी अवनी का फॉन बजा अननोन नंबर देख कर अवनी ने इग्नोर कर दिया !!
दूसरी बार में उसने खीजते हुए फॉन उठता और बोली _"हैलो कौन और किससे बात करनी हैं "
फॉन के दूसरे साइड से आवाज़ आई अवनी को आवाज़ सुनते ही उसे पता चल गया की कौन हैं वो आरव के रूम से निकलकर आपने रूम में आ गई और गुस्से में बोली____"मिस्टर नील खुराना आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे कॉल करने की और मेरा नंबर कैसे मिला आपको "
नील (शांत लहजे में बोला ) - "अवनी एक बार मेरी बात सुन लो में बस तुम्हारी गलतफैमी दूर करना चाहता हूं ___उसके के बाद में तुम्हे अपनी शक्ल नहीं दिखाऊंगा दूर चला जाऊंगा .......पर ये बोझ ये इजान ले कर नही जी पाऊंगा कि मैंने तुम्हे धोखा दिया है_____ मेरा प्यार तुम्हारे लिए सच्चा था और रहेगा ______तो प्लीज़ कल शाम सात बजे *रैडिसन ब्लू* में मैं तुम्हारा इतेजार करूंगा अंड आइ होप तुम आओगी सच जानने और एक आखरी बार मुझसे मिलने क्यों कि पुरसो में हमेशा हमेशा के लिए लंदन जा रहा हूं क्यों कि तुम्हारे सामने अजनबियों की तरह नहीं रह सकता______ तुम्हारी बेरुखी और नफ़रत नहीं सह सकता तो कल आखरी बार तुमसे मिलकर सब ठीक करना चाहता हु इंतजार रहेगा तुम्हारा "बाएं गुड नाइट"..... और फॉन कट जाता है .....
नील के कहे शब्द अभी भी उसके कानो में कुंज रहे थे अवनी फॉन को एक साइड रखके सोचने लगती है उसके आखों में आंसू में आंसू थे थोड़ी देर बाद वो उठी और बाथरूम में मुंह थोके के आई ____उसने सोच लिया था उसे क्या करना है _____ पर अवनी की हालत कोई और भी था जो देख रहा था वो था आरव जी है !!!
आरव मन में "जानता हुँ बच्चे तु नील से और नील तुझसे कितना प्यार करते है देखा है तुम दोनो की आंखो में पर ये नहीं पता था वो प्यार तुम दोनो का एक दूसरे के लिए था वो तो उस दिन कमरे मै तुम दोनो की कुछ बाते सुनी तो पता चला .....बट आई प्रोमिस मैं ठीक कर दूंगा सब मेरी प्रिंसिस की आखों मे एक आंसु भी नही देखना मुझे ____और वो अपने कमरे में आ गया!!!!
_____________________अगले दिन__________________
अनीशा मीशा नील आरव और विवान पांचो कॉलेज के लिए निकल गए कॉलेज आ के पता चला की यूनीवस्टी में फेस्ट वीक शुरू होने वाला है कुछ प्रोग्रामस होंगे तो जिसे भी कोई इटस्ट है वो नाम देंदें और अनिशा को डीएन ने बुलाया है ____तो अनीशा वहां चली गई मीशा के दिमाग एक खुरापात सुझी उसने अनिशा (अनु) के साथ तीनो बॉइस का नाम भी फ्ले में लिखवा लिया और फ्ले का थीम लव स्टोरी था
अनू को डीएन ने एक काम और दे दिया वो था सारे परफॉर्मेंस और पूरे इवेंट का मुआयना करने का जब वो सारे "प्ले ,,डांस"की लिस्ट देख रही थी तभी उसे उसमे अपना नाम दिखा आगे देखा तो उसके ग्रुप के सारे लोग थे ये देख कर वो समझ गई ये खुराफात किसकी होगी वो तुरंत मिशा के पास आई जो अराम से सैंडविच खा रही थी अनु उसे खिचते हुए बाहर ले गई!!!
अनु उसे घूरते हुए बोली_____" ये क्या खुराफात की है तुने मुझसे पूछे बगैर मेरा नाम प्ले में क्यों दिया"
मिशा - "तो क्या हुआ यार पहले भी तो किया है इस बार क्यों इतना चीचिया रही है ठंड रख न और वैसे भी इस बार लव स्टोरी है____हाए बहुत मजा आएंगा देख तु ना मत करीओ"
अनु -"नही मैं नहीं करने वाली बस बोल दिया तो बोल दिया"
मिशा - "देख अगर तुने नाम हटाया न तो फिर बात मत करीओं मुझसे और मै सीरियस हूँ मैं सच में बात नही करूंगी तुझसे आज हटा दें अपना नाम मत मान मेरी इत्तु सी बात और तो दूसरी तरफ मूंह करके बैठ गई _____अनु ने अपना सिर पीट लिया और आखिर में उसे घुटने टेकने पड़े वो बोली ____"अच्छा ठीक है मैं करूंगी प्ले अब खुश" म ये सुन मिशा के चेहरे पर एक विजय मुस्कान आ गई____ और दोनो वापस कैंटिन में आ गए जहां आरव नील विवान बैठे थे दोनों ने उनके साथ कॉफी पी और अनु की थोड़ी हैल्प करने लगे फैस्ट की वजह से क्लास लग नहीं रही थी इसी इसलिए !!!!
अनु हाल के पर्दो को ठीक करा रही थी जमीन पर लाइट की तारे पर्दे कार्पेट पड़ी हुई थी ,,,,अनु पीछे होते जा रही थी तभी वो घूमी और अचानक उसका पैर कारपेट में उलझा और वो पीछे खड़े आरव के ऊपर गिर गई और हाथ में पकड़ा पर्दा उनके ऊपर !!
अनु का हाथ इस वक्त आरव के सीने पर था और तो उसकी बड़ती धडकन वो महसूस कर पा रही थी जो उसके इतना करीब आने से बड गई था आरव का हाथ अनु की कमर पर था दोनों एक दूसरे की आंखों में खोए हुए थे तभी किसी ने उनका पर्दा खिंचा और उन्हें आवाज दी दोनो होश में आए और खडे हुए! उन्होंने अपना अपना समान लिया और नजर चुराते हुए चले गए ......इस बार अनु का चहरा ब्लश कर रहा था ।
करीब एक घंटे तक हॉल साफ हुआ और कल से उसे सजाना शुरू करना था उसके बाद सब अपने अपने घर आ गए आज सब थक ज्यादा गए थे तो सब आराम करने चले गए पांच बज रहे थे .......नील को अवनी से मिलने भी जाना था तो अनु को घर छोड के वो हाँटल आ गया !!!
वहां के टैरेस को बहुत सुंदर तरह सजवाया गया था एक बड़ी सी स्क्रीन लगी थी चारों तरफ अवनी और नील की तस्वीरे थी बीच में एक टेबल रखा था जिसपर एक तरफ शैम्पेन रखा था एक तरफ अरबियन जास्मीन का बुके रखा था ,,,,,करीब एक घंटे बाद वहां किसी के आने की आहट हुई नील ने अपनी नजर गेट की तरफ कर ली अवनी गेट पर थी दोनो एक दूसरे को देख रहे थे ......अवनी ने जब सजावट देखी तो खुश तो बहुत हुई पर दिखाया नहीं वो धीमे कदम से नील के पास आई और बोली .....
अवनी - "ये सब क्या है तुमने मुझे सच्चाई बताने बुलाया है ना कि डेट पर"
नील (तिरछी मुस्कान देकर बोला) - " इतनी नफरत कैसे हो गई भला....खैर बोले था कि सिर्फ आज और झेल लो कल हमेशा के लिए चला जाऊंगा....पर अगर तुम्हे सच्च पहले जानना है तो रुको फिर '' उसके बाद उसने एक विडियो ऑन की (जिसमे ये सुनाई दे रहा था वो कोई गेम खेल रहे है और वो लोग सिर्फ मजान मस्ती कर रहे है ....प्रोपोज करना ये एक डेयर था जो उसे करना था पर उसे क्या पता था कि ये डेयर इतना ज्यादा खतरनाक होगा ! वीडियो ऑफ हुई अवनी आंखे फाडे नील को देख रही थी और अपनी बेवकूफी पर खुद को कोस्स रही थी फिर धीरे से बोली मतलब ये सब ......
नील - " हों ये सब सिर्फ गलतफेमी थी जो अब शायद दूर हो गई .....तो चलो डिनर करते हैं थोडा सा वक्त है मेरे पास सुबह की फ्लाइट है ये सुन अवनी उदास हो गई ......
अवनी ने रोनी सी सूरत बना के बोला - "तुम मत जाओ न नील प्लीस"
नील ने तिरछी नजरो से अवनी को देखकर कहा "क्या करूंगा यहां रह कर प्यार तो तुम अब करती नही मुझसे सिर्फ़ नफरत और गुस्सा है तुम्हें मुझसे "
ये सुन अवनी नम आंखों से बोलीं , "नील मानती हुँ मैने गलत कि पर प्लीस मत जाओ मुझे अकेला छोड़ के... आय रियली लव यू " नील को ये देखा नहीं गया उसने झट से अवनी को उठा कर गले लगा लिया और बोला , "अरे पागल में नही जा रहा कही में तो ऐसे ही बोला वो सब ..... सच्ची मैं कैसे जा सकता हूं अपनी जान को यहां छोड़ कर आय आल्सो रियली लव यू....तो रोना बंद कर वरना अपने तरीके से चुप कराओंगा " ये सुन अवनी चुप हो गई नील ये देख हसने लगा अवनि झेप गई... उसके बाद दोनो ने साथ में डिनर किया और वापस घर आ गए !!!!
प्लीज कीप सपोर्टिग....अच्छी लगे कहानी तो प्लीज डु कमेंट एंड मोटिवेटेड मी 🙏🙏
(💖!!!!बताना ना भूलना कि आज का नील अवनी स्पेशल पार्ट कैसा लगा !!!! तो जल्दी मिलते है अबतक अपना प्यारा बनाएं रखना ___तबतक के लिए स्टे सेफ स्टे हैल्थी अंड कीप स्माइलिंग 🤗🤗🤗🤗🤗 और पड़ने के लिए तहे दिल से शुक्रिया हुए।💖 )
✍✍ सुधा यादव
सिया पंडित
21-Feb-2022 05:21 PM
Good story padh kar achcha laga
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